पापा,मैं अलग हूँ (main alag hoon ) : पीढ़ियों का संवाद
मुझे जी-भरकर सोना है पापा, मुझे आपके जैसा क्यों होना है पापा, मैं अलग हूँ (main alag hoon ) मेरे […]
मुझे जी-भरकर सोना है पापा, मुझे आपके जैसा क्यों होना है पापा, मैं अलग हूँ (main alag hoon ) मेरे […]
माँ की प्रार्थना ( maa ki prarthana ) जीवन बदल देंगी, हमारी हर मनोकामना सफल कर देंगी, वो अपनी प्रार्थनाओं
एक औरत का माँ बनना (maa banna), बड़े सौभाग्य की बात है, नन्ही सी जान को सीने से लगाना, मीठी-मीठी
माँ चाँद को छूकर देखना है(maa chand ko chhookar dekhana hai) , कुछ पल उसके संग खेलना है, मेरे लिए
मेरी नटखट चुटकी (natkhat chutaki ) क्यों बैठी है मुंह फुलाकर, अपना प्यारा-सा चेहरा एक तरफ घूमाकर, छोटी-छोटी बात पर
मैंने छोड़ दिया है ढूंढना हाथों में, किस्मत की लकीर को, मैंने एक से बढ़कर एक देखे हैं दुनिया में,
दीप खुशी के ( Deep khushi ke) मन में जलाकर, चेहरे पर प्यारी-सी मुस्कान सजाकर, हर सुबह मेरे पाँव
मानों कुदरत ने आज धरती पर स्वर्ग उतारा है, मेरी माँ ने आज मुझे बेटा कहकर पुकारा (beta kahkar pukara
मेरे साथ नहीं खेलती कोई सखी-सहेली, माँ सारा दिन रहती हूँ मैं घर में अकेली, मैं रब से मांगकर लाऊंगी
माँ दूर करो सब चिंता-परेशानी, मैं जब तुम से हो जाऊंगी बेगानी, बस मुझे प्यारी-सी एक निशानी (ek nishani )